# अन्याय
# वो सभी केस निरस्त करे जाये जिसमे व्यक्ति की अनुपस्तिथि मैं उस पर निर्णय सुनाया गया हो । अनुपस्तिथि मैं तो व्यक्ति पर गलत आरोप मढ़े जाते है जहाँ वो बचाव करने मौजूद नहीं होता । यह एक अन्याय है ।
# अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर किसी भी धर्म के भगवान का अपमान स्वीकार नहीं करा जाएगा ।
# वास्तविक हो या नकली लेकिन एमएमएस बना कर या किसी के आपत्तिजनक फोटो के द्वारा किसी भी व्यक्ति के मान सम्मान की "हत्या" करने पर "हत्या" के अपराध के समान दंड दिया जाए । सबका अपना एक निजी जीवन हैं एवं किसी की भी निजता भंग करने का अधिकार किसी को नहीं ।
# आपसी सहमति से संबंध बनाने वाले रेप का केस नहीं लगा सकते ।
# महिलाओं को उनके अधिकार हैं लेकिन उन्हें अपने अधिकारों का दुरुपयोग करने का अधिकार नहीं हैं । जैसे झूठा दहेज केस , झूठा रेप केस , ससुराल पर झूठा अत्याचार का केस या पब्लिसिटी स्टंट के लिए किसी से झूठा संबंध दर्शाने का केस । यह सब दंडनीय अपराध हैं ।
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